सजने का हैं शौकीन कोई कसर ना रह जाए
Singer - Shubham Rupam
lyrics Track - Sajne Ka Hai Shokeen
सजने का हैं शौकीन,
कोई कसर ना रह जाए,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
जब सांवरा सजता हैं,
सारी दुनिया सजती हैं
उसे इत्र छिड़कते हैं,
सारी दुनिया महकती हैं,
बागो का हर एक फूल,
गजरे में लग जाये,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
जब कान्हा मुस्काये,
शीशा भी चटक जाये,
चंदा भी दर्शन को,
धरती पे उतर आये,
सूरज की किरणों से,
दरबार चमक जाये,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
क्या उसको सजाओगे,
जो सबको सजाता हैं,
क्या उसको खिलाओगे,
जो सबको खिलाता हैं,
बस भाव के सागर में,
मेरा श्याम डूब जाए,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
बस इतना ध्यान रखना,
इतना ना सज जाए,
इस सारी सृष्टि की,
उसे नजर ना लग जाये,
ये 'शुभम-रूपम' तेरे,
भावों के भजन गाये,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
सजने का हैं शौकीन,
कोई कसर ना रह जाए,
ऐसा कर दो श्रृंगार,
सब देखते रह जाए,
सजने का है शौकीन।
टिप्पणी पोस्ट करें