तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है
Singer - Lakhbir Singh Lakha Ji
Lyrics Track - Tere Darbar Me Maiya Khushi Milti Hai Lyrics
तेरी छाया में, तेरे चरणो में,
मगन हो बैंठू, तेरे भक्तो में।
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है,
जिंदगी मिलती है रोतो को हंसी मिलती है।
एक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है,
हर एक जुबां तेरे ओ मैया गीत गाती है,
बजते सितारों से मीठी पुकारो से,
गूंजे जहा सारा तेरे ऊँचे जयकरो से,
मस्ती में झूमें तेरा दर चूमे,
तेरे चारो तरफ दुनिया ये घूमे,
ऐसी मस्ती भी भला क्या कही मिलती है,
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है।
मेरी शेरों वाली माँ तेरी हर बात अच्छी है,
करनी की पुरी है माता मेरी सच्ची है,
सुख दुःख बँटाती है अपना बनाती है,
मुश्किल में हो बच्चे को माँ ही काम आती है
रक्षा करती है भक्त अपने की,
बात सच्ची करती उनके सपनो की,
सारी दुनिया की दौलत यही मिलती है,
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है।
रोता हुआ आये जो हंसता हुआ जाता है
मन की मुरादों को वो पाता हुआ जाता है
किस्मत के मारो को रोगी बीमारों को,
कर दे भला चंगा मेरी माँ अपने दुलारों को,
पाप कट जाये चरण छूने से,
महकती है दुनिया मां के धुने से,
फिर तो माँ ऐसी कभी क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है।
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है,
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है।
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